औषधीय गुणों से भरपूर आँवला की खेतीगेहूं की नई उन्नतशील किस्म dbw 222 (करण नरेंद्र) देश केज्यादातर किसान रबी के मौसम में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. यह कम से कम लॉजिंग-प्रोन है और जल्दी बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी पूसा बासमती 1692 धान की किस्म धान की फसल में शीथ ब्लाइट का प्रकोप, कैसे करें उपचार ; भारतीय. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. Kumawat on 20-06-2020 Soyabean ki kheti. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. 9560 (js 9560). सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. सोयाबीन बोने का सही समय चुनना. महाराष्ट्र. ए. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. 97-52 (j. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. 2034 (js 2034). इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. क्योंकि चना की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैइस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. एमएसीएस 1407 किस्म सोयाबीन: आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. देश में किसानों की आय बढ़ानभारत में सोयाबीन प्रमुख खरीफ फसलों में से एक है. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. 5, 5. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. Improved variety of soybean 2022 देश में. #js 2117 सोयाबीन की नई वैरायटी सबसे अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी कम बारिश. /क्विं. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. 23 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: आसियान-भारत बाजरा महोत्सव 2023 इंडोनेशिया के. एम डी व्यास,डॉ. Chaina agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी. मटर की इस किस्म को 2018 में विकसित किया गया। यह किस्म बुवाई के बाद करीब 105 से 110 दिन की अवधि में तैयार हो जाती. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. जानिए सरसों की किस्म पूसा सरसों 26 (एनपीजे-113) की विशेषतांए July 20, 2023 July 20, 2023 सुबबूल की खेती में किसानों का भविष्य सुरक्षित16 सितम्बर 2023, भोपाल: सोयाबीन किसान खुश, पीला सोना खरा उतरने की उम्मीद – पीला सोना के नाम से पहचानी जाने वाली खरीफ की प्रमुख तिलहनी फसल सोयाबीन का रकबा इस. California DRE #1522444. ए. देश में तिलहन फसलों का. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. जे. देश में तिलहन फसलों का. September 27, 2023 2 min read SOPA. एस. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. महाराष्ट्र. जिसमें सोयाबीन की जगह 0, 2. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. वर्ष 2019 में, भारत ने व्यापक रूप से तिलहन के साथ-साथ पशु आहार के लिए प्रोटीन के सस्ते स्रोत और कई पैकेज्ड भोजन के तौर पर सोयाबीन की खेती करते हुए इसका लगभगसोयाबीन की उन्नत क़िस्में 2021 एवं उनकी विशेषताएँ-सोयाबीन की बुआई का कार्य जून माह के दुसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा, इसके लिए किसानों कोसोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. . 29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें – सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. काबुली चने की खेती करने वाले किसानों के लिए पानी की कमी. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. जल्दी पकने वाली जीरा की नई किस्म सीजेडसी – 94 September 6, 2021 November 20,. बैंगन की संकर किस्म PHBL-51 October 6, 2022 October 6, 2022. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. भा. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक. उत्तर मैदानी क्षेत्र में सोयाबीन की किस्में जैसे पूसा 12, एनआरसी 130 अच्छी किस्म मानी जाती हैं। जबकि मध्य भारत जिसमें मध्य प्रदेश भी आता है वहाँ के लिए. एस. जून के पहले पखवाड़े को सोयाबीन बोने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस अवधि में अनुकूल मौसम की स्थिति होती है, जिससे आपकी. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. 335, डी. सोयाबीन की खेती (Soyabean ki kheti) लगभग सभी देशो मे की जाती हैं जैसे – जापान, भारत, चीन एवं ब्राजील आदि। विश्व का लगभग 60 प्रतिशत सोयाबीन का उत्पादन अमेरिका. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. मी. 23-2 डी. प. केन्द्र, चंदनगांव, छिंदवाड़ा. ब. जड़ सडऩ. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय, जानिए. एन. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. . मानसून की. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. वर्ष 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार द्वारा हरित क्रांति-कृषोन्नति योजना (Green Revolution Krishonnati Yojana) की शुरुआत. सोयाबीन: 5130/- क्विंटल: सरसों: 4900 के आस-पास: तिल्ली / तिल बीज: 13780/q के आस-पास: अंगूर की बेल कैसे लगाएं: केसर की खेती कब और कैसे करें: मूंगफली: 7550. एच. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अब एक और नई खुशखबरी जिससे इस वर्ष किसानों को जमकर फायदा मिलने वाला है मध्य प्रदेश की एनआरसी कि इन 3 वैरायटी (Soybean New variety 2023. Soybean New variety mp 2023: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सोयाबीन की 3 नई उन्नत किस्मों को मंजूरी मिल गई है। जानें कौन सी है वह 3 किस्म. सी. अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. SI. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में. Share. श्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. Zillow has 50 photos of this $1,692,500 6 beds, 4 baths, 4,023 Square Feet single family home located at 1569 Arrow Rd, Victoria, BC V8N 1C8 built in. कृ. अरहर की नई किस्म आई – 50 मण की देगी पैदावार, किसानो की आय होगी दोगुनी . पूसा 362 चना की इस किस्म (Chana Variety) की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं एवं यह किस्म उत्तर भारत के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म के. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. देश की प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के मंडी रेट और आवक (14 सितम्बर 2022 के अनुसार) मंडी: आवक (टन में) न्यूनतम रेट (रु. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা -जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. …सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. Website: रबी. तिलक राज शर्मा, उप. सोयाबीन पूर्वी एशियाई क्षेत्र के मूल पौधों के legume family से संबंधित है। सोयाबीन की फसल एक वार्षिक फसल है। यह मानव उपभोग, पशुधन चारा और उद्योगों जैसेसोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407-यह किस्म सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है साथ ही इस किस्मNew Research on Soybean : इंदौर के IISR ने विकसित की सोयाबीन की नई किस्म, यह अवांछित गंध से मुक्त हैjs 2034: यह सोयाबीन की नई किस्म 2034, 15 जून से लेकर 30 जून तक बुवाई कर लेनी चाहिए जो 85 से लेकर 90 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है. डॉ. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. About Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Terms Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Termsमटर की आईपीएफडी 2014-2 (ipfd 2014-2) किस्म. सोयाबीन की बुवाई जून के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है। ऐसे में सोयाबीन की बंपर पैदावार लेने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्में. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सोयाबीन की इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बुआई के बाद इसकी फलियों में दाना भरते समय 20-25 दिन बारिश न होने पर भी यह. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी June 2, 2021 June 2, 2021. 5. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. एस. रतलाम से बामुश्किल चालीस कोस दूर जनजाति बाहुल्य रावटी और बाजना गाँव। 6 साल पहले यहाँ की बंजर जमीन पर घास भी नहीं उगती थी। अब इसी जगह यहाँ आम के लगभग पचास. महत्वपूर्ण खबर:सोयाबीन मंडी रेट (30 जुलाई 2022 के अनुसार) अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म आरवीएसएम 2011-35 विकसित. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. तिलहन फसलों (oilseed crops) में सोयाबीन (Soybean) मुख्य फसल मानी जाती है। भारत में सोयाबीन की. किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। इस नई किस्म से अधिक उत्पादनVideo. वहीं, ‘काशी पूर्वी’ की पैदावार भी पारंपरिक मटर के मुकाबले ज्यादा है. इससे किसानों की आय भी. यह एक मध्य अवधि में पकने वाली किस्म है जो मात्र 94 दिनों में पक जाती है। इस किस्म का औसत उत्पादन 16. एस. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. भारत दुनिया के. ‘एमएसीएस 1407’ नाम की यह नई किस्म भारत में सोयाबीन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद. एस. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. . अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. …Crop Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधी ये किस्में भारत के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं. सोयाबीन की देर से बुआई के लिए कितना सोयाबीन बीज उपयोग करना चाहिए. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. बिरसा सोयाबीन-4 प्रभेद के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 से. सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. . Soyabean varieties 2023 में सबसे ज्यादा डिमांड की जाने वाली सोयाबीन की प्रमुख किस्में कौन सी है, क्या ज्यादा सर्च किया जा रहा है, जानें. 24 मई 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन की बुआई करने का सही समय और तरीका – भारत में रबी फसलों की खेती के बाद अधिकतर किसान खरीफ फसल की खेती के लिए जमीन की तैयारी करते है. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’. तिल की नई किस्म कांके सफेद 75-80 दिनों की अवधि की फसल है। इसकी उपज क्षमता 4-7 क्विंटल प्रति. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. उमाशंकर मिश्र Twitter handle: @usm_1984 जालंधर : रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. सोयाबीन की एनआरसी प्रजाति की 6 किस्में (NRC soybean ki kismen) किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी इस किस्म के बारे में जानिए. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. मी. 20 करोड़. एनआरसी 147. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. आंध्र प्रदेश. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. जानिए सोयाबीन के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में । सोयाबीन में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सोयाबीन के मदद. 1. 8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन – खरीफ ऋतु में उगाई जाने वाली सोयाबीन पर रोगव्याधि की. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ? सोयाबीन किस्म जे. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. आरवीएसएम 2011-35 विकसित. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी – कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। जिसके अनुसार. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. वहीं सोयाबीन दलहनी फसल होने के बावजूद तिलहन की फसल मानी जाती है. मक्का खरीफ की प्रमुख फसल है।दक्षिणी राजस्थान में इसे खाद्यान्न के रूप में उपयोग किया जाता है। मक्का की उन्नत किस्म का विकास अखिल भारतीय समन्वित. 80 से. नीता खांडेकर ने कहा कि विगत दो वर्षो से ख़राब मौसम के कारण सोयाबीन के बीजोत्पादन. सोयाबीन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें तथा उचित बीजोपचार उपरांत ही बोनी करें। बीज को. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. भा. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. सोयाबीन. 1012, पी. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. समझदार योजना: सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले, एक समझदार योजना बनाएं। इसमें किसानी के लिए उचित जमीन का चयन, उचित नस्ल के बीजों का. Home. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. एच. com. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता. 27 सितम्बर 2023, नई दिल्ली: इस वर्ष सोयाबीन की नई फसल के आगमन में देरी होने की संभावना है: सोपा – सोयाबीन प्रोसेसर्स. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. के. मक्का. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के सपने और उनकी सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. अवधि- 90- 95 दिन. एस. 10 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2021 – 22 में 4. October 30, 2020 October 30, 2020. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. सोयाबीन की नई किस्में (New Soybean Varieties): देश के किसानों की हालत में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक और फसलों की उन्नत. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. अनु. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. आज 1569 सोयाबीन को निकाला जिसका काफी अच्छा एवरेज निकला #जय किसान jay kisan. चावल की किस्म सीआर धान 326 (पंचतत्व) October 6, 2023 October 6, 2023. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. किस्म विकसित की है. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. होम; वीडियोश्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. आंध्र प्रदेश. Help Line- 6262166222. China agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी आबादी. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. मक्का. डॉ. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. सोयाबीन की इस किस्म के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. नई किस्म से गणेशपुरा के किसान को फायदा. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. डॉ. हाई रिच सीड्स MD-S-9001 सोयाबीन की किस्म जिसकी बीजदर 23-25kg प्रति एकड़ होती इसमें डालियों का फूटाव अधिक होता है जिससे प्रति डाली फूल और फलियों की…डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) एक उपन्यास टिकाऊ बैक्टीरियल ब्लाइट प्रतिरोधी उच्च उपज देने वाले महीन दाने वाली चावल की किस्म है जिसमें चार. यूरिया dap खाद का इस्तमाल नहीं कर सकते. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. 12 मार्च को भारत सरकार आरवीएसएम 2011-35 प्रजाति को अनुमोदित करेगी | dainikbhaskarसोयाबीन पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक समूह बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन सूक्ष्म जीव. खरीफ सीजन में यदि तिलहन फसलों की बात कि जाए तो सोयाबीन सबसे मुख्य फसल है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें तो इस वर्ष सोयाबीन के बुआई रकबे में. 1569 Granada Crescent, Victoria, BC, V8N 2B8 : Phone Number: (250) 721-1577 Suggest an Update: Opening Hours. >सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी।प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. वीडियो में सोयाबीन की किस्म kds 726 और kds 753 की जानकारी जैसे बीज मात्रा, बुवाई. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. बड़े आकार वाली किस्म 9560 को 3 सेमी तक गहराई में बोना चाहिए. खरीफ फसलों की कटाई के साथ ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इन फसलों की खरीद शुरू कर दी जाती है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने. ) अधिकतम रेट (रु. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन Soyabean New Varieties अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. के. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. देश में किसानों की आय बढ़ानसोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. छत्तीसगढ़. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. प्रतापगढ़. तिल की नई किस्म कांके सफेद की विशेषता और लाभ. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात,. की तुलना में काफी कम है । अकेले मालवा जलवायु क्षेत्र में सोयाबीन का क्षेत्रफल लगभग 22 से 25 लाख है, अच्छादित है । इससे स्पष्ट है, कि. सोयाबीन की इस किस्म (Soyabean New Variety) के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह. कृ. 14 Press Complex, M. ps 1569 सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली सोयाबीन किस्म सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. ब. के. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. सोयाबीन की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – भारत में भी यह खेती बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है | यह फसल आमतौर पर 90- 100 दिन मे तैयार हो जाती है. सोयाबीन. . सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. पूसा मस्टर्ड-32 किस्म में इरुसिक एसिड की मात्रा बहुत कम है जिससे हृदय रोग का खतरा कम रहता है।. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. A. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. 9560 (js 9560) सोयाबीन किस्म जे. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारतसोयाबीन की नवीन किस्म आर. मध्यप्रदेश में किसान 100 दिन के ऊपर की किस्मों को लगाना पसंद नहीं करते हैं. ए. कहना है कि बहुत से किसान औषधीय गुणों वाले धान की किस्म के. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. चना जॉकी की किस्म की अच्छी अंकुरण क्षमता है एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर में की जा. 5 bathrooms. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. 2K views, 18 likes, 0 loves, 1 comments, 1 shares, Facebook Watch Videos from Krishak Jagat: सोयाबीन की नई किस्मों को लगाने वाले किसान इंदौर (4 सितंबर ) : सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारणनई किस्म की पौधे की ऊंचाई 95 सेमी है तथा इसके तने काफी मजबूत हैं. बुवाई के लिए सीड कम. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’ (macs 1407) चर्चा में क्यों?. सोयाबीन की टॉप 7 किस्म : जुलाई के पहले सप्ताह में करें बुआई, होगी बंपर पैदावार 03 July, 2023हरित क्रांति-कृषोन्नति योजना . देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन बुवाई के लिए खेत की तैयारी. 193 views, 18 likes, 0 loves, 0 comments, 9 shares, Facebook Watch Videos from India Science TV Channel: "जन विज्ञान'’ के इस अंक में देखिये - अधिक उपज देने वाली सोयाबीन की नई किस्म विकसित, कोरोना. 1569 Granada Cres is a 2,174 square foot house on a 7,263 square foot lot with 3 bedrooms and 3. आई. 33 लाख टन था। नई फसल की आवक के समय. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. मी. . सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. आरएके कॉलेज के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन के बीज की नई किस्म इजाद. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. के. 5. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. डॉ. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. डॉ. com. नई सोयाबीन कि वैरायटी लेने के लिए संपर्क जरूर करें- 8319094817किसान भाइयों. मक्का. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. प. काबुली चने की खेती : कम पानी में बंपर पैदावार के लिए लगाएं “पूसा जेजी 16” किस्म. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. Kds 726 (फुले संगम) वैरायटी खरीदने के पहले यह बात जरूर जान लें. 0, 7. SI. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. सी. इस किस्म को बोने के लिए बीज की मात्रा 35-40 किलो बीज प्रति एकड़ होती है. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. सोयाबीन की प्रताप सोया-1 (आरएयूएस 5) किस्म. सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. सी. dbw 222 (2020): इस ब्रेड गेहूं की किस्म को पंजाब राज्य में उप-पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर खेती के लिए अनुशंसित किया गया है। इसके पौधे की औसत ऊँचाई 103 सेमी होती है. September 19, 2023 3:31 PM IST. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. हेडगेवारसोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. इससे किसानों की आय भी. P. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. Monday: By appointment Tuesday: By appointment. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. हल्के तेलों की बढ़ती मांग के बावजूद बेपड़ता कारोबार के कारण बीते सप्ताह देश के प्रमुख तेल-तिलहन बाजारों में सोयाबीन, सरसों, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो.